इन्टरनेट 21वीं शताब्दी की सबसे जरूरतमंद चीज बन चुकी है। इन्टरनेट ना सिर्फ इन्टरनेट पर चीजों को सर्च करने के प्रयोग में आता है बल्कि अब तो यह डिजिटल माध्यम से चीजों को आपस जोड़ने के लिए एक आधार बन चूका है। इस पोस्ट में हम आपको इन्टरनेट के बारे में बताएँगे।
इस लेख को पूरा पढ़ लेने के बाद आपको इन्टरनेट की पूरी जानकारी तो नहीं हो जाएगी, लेकिन इन्टरनेट का फुल फॉर्म, नेटवर्क का हिंदी अर्थ और नेटवर्क कितने प्रकार का होता है यह जानकारी आपको हो जाएगी। मैं इसके बाद भी नेटवर्क के बारे में नए पोस्ट लिखता रहूँगा। इसलिए आज हमें फॉलो जरुर करें।
इन्टरनेट का पूरा नाम है इंटरनेशनल नेटवर्क। नेटवर्क का हिंदी अर्थ होता जाल-तंत्र। नेटवर्क दरअसल एक जाल ही है जिसके तहत डाटा का संचार होता है। पहले यह सिर्फ केबल के माध्यम से होता था, लेकिन वायरलेस टेक्नोलॉजी का अविष्कार हो चूका है। इसलिए अब बिना केबल के भी इंटरनेट एक्सेस किया जा सकता है।
आज सबसे ज्यादा इंटरनेट मोबाइल से एक्सेस किया जाता है लेकिन पहले टेलीकॉम कंपनियों के पास कालिंग टेक्नोलॉजी और इंटरनेट तकनिकी अलग अलग रूप में थी।
नेटवर्क चार प्रकार के होते हैं, लोकल एरिया नेटवर्क, कैंपस एरिया नेटवर्क, मेट्रोपोलिटन एरिया नेटवर्क और वाइड एरिया नेटवर्क। इन्हें शोर्ट फॉर्म में LAN , CAN, MAN और WAN कहते हैं।
इंटरनेट या नेटवर्क के माध्यम से डाटा ट्रांसफर करने के लिए दो तरह के अड्रेस (पता) का प्रयोग किया जाता है। एक है IP एड्रेस और दूसरा है मैक एड्रेस। MAC Address और IP Address की क्या भूमिका है और लैन, कैन, मैन और वैन नेटवर्क में क्या अंतर है, इन संके बारे में जानने के लिए हमारा अगला पोस्ट जरुर पढ़े।
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